Saturday, May 4th, 2024

बीयू, डीएविवि, एपीएस और आरडीविवि की मान्यता खत्म : एनसीटीई 

भोपाल 
बरकतउल्ला विश्वविद्यालय, देवी अहिल्या विवि इंदौर, अवधेश प्रताप सिंह विवि रीवा और रानी दुर्गावति विवि जबलपुर में संचालित होने वाले बीएड और बीपीएड की मान्यता राष्ट्रीय शिक्षक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) ने निरस्त कर दी है। उक्त विवि बीपीएड (बैचलर आफ फिजिकल एजुकेशन) में प्रवेश नहीं दे पाएंगे। उच्च शिक्षा विभाग ने बीयू के बीएड के प्रवेश निरस्त कर दूसरे कालेजों में विद्यार्थियों को शिफ्ट कर दिया है। 

बीयू भोपाल, डीएविवि इंदौर, एपीएस रीवा और आरडीविवि जबलपुर अब बीपीएड दो वर्षीय पाठ्यक्रम की 100-100 सीटों पर  दाखिला नहीं दे पाएंगे। उनकी मान्यता खत्म करते हुए एनसीटीई ने उनकी सीटों के प्रवेश पर रोक लगा दी है। इसकी वजह सामने आ चुकी है। विवि में पदस्थ विभागाध्यक्ष और तत्कालीन रजिस्ट्रार ने काफी लापरवाही बरती है। उन्होंने एनसीटीई के मापदंडों को पूरा नहीं किया है। यहां तक फैकल्टी की नियुक्ति नहीं की है। उनकी लचर व्यवस्था को देखते हुए एनसीटीई ने उनकी मान्यता रोक दी है। अधिकारियों की लापरवाही के कारण विवि की प्रतिष्ठा दांव पर लग गई है। इसका खामियाजा विद्यार्थियों के साथ विवि तक को उठाना पड़ रहा है। अब विभाग उनकी सीटों पर आवंटन जारी नहीं करेगा। राज्य में सिर्फ जीवाजी विवि ग्वालियर मात्र शेष रह गया है, जिसके बीपीएड में विद्यार्थी दाखिला ले पाएंगे। वहीं विक्रम विवि उज्जैन और महाराज छत्रसाल बुंदेलखंड विवि छतरपुर में एनसीटीई के पाठ्यक्रमों का संचालन नहीं होता है। इससे वहां प्रवेश होने की बात ही नहीं उठ रही है। 

कालेज के भरोसे रहेगा एमपीएड 
बीयू, डीएविवि, एपीएस रीवा और आरडीविवि एमपीएड के दाखिल देने के लिए निजी कालेजों से बीपीएड करने वाले विद्यार्थियों के भरोसे रहेंगे। क्योंकि एनसीटीई ने उनकी एमपीएड की मान्यता को बरकरार रखा है। 

बीयू के एक दर्जन प्रवेश शिफ्ट 
बीयू में बीएड के विभागाध्यक्ष का विवाद सुलझ गया है। बीएड विभाग एचओडी कालिका यादव को बनाया गया है। प्रथम राउंड में विभाग ने बीयू को काफी अलाटमेंट किए थे। इसमें से करीब एक दर्जन विद्यार्थी ही प्रवेश ले पाए थे। एनसीटीई की मान्यत खत्म होने के कारण विभाग ने उनके प्रवेश को निरस्त कर दिए हैं। यहां तक उनके प्रवेशित विद्यार्थियों को दूसरे कालेजों में शिफ्ट कर दिया गयाा है। 

इनकी संबद्धता जीवाजी से हुई है खत्म 
वीणावादनी टीचर ट्रेनिंग कालेज ग्वालियर, आरएससी कालेज झांसी रोड ग्वालियर, शीतला शिक्षा कालेज डबरा ग्वालियर, अवध माधव कालेज ग्वालियर, श्री वेंकटेश एजुकेशन एकेडमी ग्वालियर, डीपी सिंह शिक्षा कालेज बरउआ ग्वालियर, विद्यावती कालेज मुरार ग्वालियर, आस्था कालेज आॅफ एजुकेशन ग्वालियर, हिंदुस्तान कालेज आॅफ टीचर एजुकेशन ग्वालियर, लॉर्ड कॉलेज आॅफ एजुकेशन डबरा ग्वालियर, पीआईपीएस कालेज ग्वालियर, आइडिया इंस्टीट्यूट आॅफ टीचर एजुकेशन ग्वालियर, वंदे मातरम कालेज आॅफ एजुकेशन ग्वालियर, नीलकंठ कालेज भिंड, वन खंडेश्वर शिक्षा कालेज भिंड, माता प्रसाद तिवारी कालेज भिंड, शिव शंकर कालेज मुरैना, जय हिंद विस्मिल शिक्षा कालेज मुरैना, एनएएस इंटरनेशनल स्कूल मुरैना और जेएम कालेज श्योपुर। वहीं एनसीटीई ने श्रीवर्णी दिंगबर जैन गुरूकुल कालेज जबलपुर और कमला नेहरू महिला कालेज सतना की मान्यता पूर्व में ही खत्म कर दी है। 

Source : MP Education

संबंधित ख़बरें

आपकी राय

11 + 3 =

पाठको की राय